कश्मीर में भाजपा कार्यकर्ता और एक पुलिसकर्मी की हत्या

“हिंसा का दौर ज्यादा देर नहीं टिकेगा” : अमित शाह

Update: 2018-08-22 14:46 GMT

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता और जम्मू – कश्मीर पुलिस के एक कांस्टेबल की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. भाजपा कार्यकर्ता का पिछली रात अपहरण कर लिया गया था. ईद – उल – अजहा के पवित्र त्यौहार से पहले हुई हत्या की इन घटनाओं से कश्मीर घाटी में माहौल तनावपूर्ण हो गया.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता शबीर अहमद भट, जिन्हें हाल में राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान की गयी थी, को पिछली रात उस वक्त अगवा कर लिया गया जब वो परिवार के साथ ईद मनाने के लिए पुलवामा स्थित अपने घर जा रहे थे.

सूत्रों ने बताया कि श्री भट उन दहशतगर्दों के डर की वजह से श्रीनगर में रह रहे थे, जिन्होंने खासतौर पर दक्षिण कश्मीर के इलाके में मुख्यधारा की पार्टियों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को निशाने पर ले रखा है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “पिछली रात कुछ बंदूकधारियों ने उन्हें अगवा कर लिया और आज सुबह गोलियों से छलनी उनकी लाश पुलवामा के लिट्टर इलाके में पायी गयी. सुबह की नमाज़ अदा कर मस्जिद से बाहर आ रहे लोगों ने उनकी लाश देखी.” उन्होंने यह भी जानकारी दी कि शबीर भट भाजपा की पुलवामा इकाई के प्रभारी थे.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ट्विटर पर लिखा, “यह जानकर दुखी हुआ कि आतंकवादियों ने पुलवामा में भाजपा कार्यकर्ता शबीर अहमद भट की हत्या कर दी. यह कायरतापूर्ण हरकत घोर निंदनीय है. आतंकवादी कश्मीर के नौजवानों को अपना बेहतर भविष्य को चुनने से नहीं रोक सकते. हिंसा का यह दौर ज्यादा देर नहीं टिकेगा.”

भाजपा की राज्य इकाई ने भी एक बयान जारी कर इस घटना की निंदा की. पार्टी के एक प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा, “ पुलवामा क्षेत्र के हमारे अध्यक्ष और आईटी – सोशल मीडिया के प्रभारी शबीर अहमद भट की पुलवामा में हुई नृशंस हत्या की ख़बर से हम सभी मर्माहत हैं.”

बयान में आगे कहा गया, “उनके परिवार के सदस्यों के साथ हमारी गहरी संवेदना है. आतंकवादियों को यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि वे घाटी के युवाओं को अपना बेहतर भविष्य चुनने से रोक नहीं सकते.”

इस बीच, आज सुबह अज्ञात बंदूकधारियों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के अवगाम नाम के गांव में एक पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या दी. खबरों के मुताबिक, ज़ज़ीपोरा गांव के प्रशिक्षु पुलिस कांस्टेबल फ़याज़ अहमद शाह पर अज्ञात बंदूकधारियों ने उस समय अंधाधुंध गोलियां बरसायी जब वे ईद की नमाज़ अदा कर अपने घर जा रहे थे. इस गोलीबारी में कांस्टेबल शाह गंभीर रूप से घायल हो गये.

पुलिस सूत्रों ने बताया, “घायल कांस्टेबल को तत्काल नजदीक के अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गयी. उनकी हत्या में आतंकवादियों के शामिल होने के सबूत हमें मिले हैं और इस संबंध में कानून की उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि फ़याज़ अहमद शाह पहले एक विशेष पुलिस अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे थे और दक्षिण कश्मीर में कुछ चोटी के आतंकवादियों को मार गिराने में अहम भूमिका निभाने के बाद हाल ही में उन्हें कांस्टेबल के तौर पर प्रोन्नति दी गयी थी.

इन दोनों घटनाओं से उपजे तनाव ने घाटी में त्यौहार के माहौल को गंभीर बना दिया. कश्मीर के सबसे बाज़ार, लाल चौक, में लोगों की अपेक्षाकृत कम चहलकदमी दिखाई दी और पवित्र ईद के त्यौहार के मौके पर होनेवाली खरीददारी में कमी देखी गयी.

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