अधिकारियों की सेवानिवृत्ती के बाद शासन में बने रहने किए चुनाव लड़ने की आतुरता।

राजस्थान में दर्जनों अधिकारी विधायक बनने की लाइन में खड़े है

Update: 2018-09-28 12:41 GMT

अगले तीन माह में होने वाले आम विधानसभा चुनावों मे राजस्थान प्रशासनिक व पुलिस सेवा के एक दर्जन से अधिक अधिकारी सालों तक प्रशासनिक सेवा में रहने के बाद अब विधायक बनकर शासन चलाने की तरफ बढते नजर आ रहे हैं।          

केंद्रीय इंटेलिजेंस ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक रहे खीया राम चोधरी आईपीएस नागोर जिले की परबतसर सीट से , राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष व उच्च न्यायिक सेवा के अधिकारी रहे हड़मानाराम कुड़ी आरएचजेएस नागोर से एवं राजस्थान लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष रहे हबीब खान गोरान आईपीएस नागोर जिले की डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पाकर चुनाव में भाग्य अजमाना चाहते है। इसी सिलसिले में क्षेत्र मे जनसम्पर्क व दिल्ली में हाईकमान से मिलकर अपना अपना पक्ष मजबूती से रख रहे है। इनमे गोरान व कुड़ी को अशोक गहलोत व के.राम को सचिन पायलट का नजदीकी माना जाता है।            

के.राम, कुड़ी व गोरान के अलावा प्रदेश से अन्य सेवानिवृत्त अधिकारियों में नवदीप सिंह आईपीएस पूर्व पुलिस महानिदेशक हनुमानगढ़ ज़िले की संगरिया विधानसभा से कांग्रेस का टिकट चाहते हैं।इनकी पत्नी डॉ परम नवदीप यहीं से 2008 में विधायक रह चुकी हैं। रामदेव चोधरी आईपीएस, सीकर ज़िले की खण्डेला विधानसभा सीट से कांग्रेस से टिकट मिलने की आस रखते है। हरिप्रसाद शर्मा, आईपीएस, जो स्वैच्छिक सेवानिवृति (VRS) के लिए आवेदन कर चुके हैं। ये जयपुर जिले की फुलेरा विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहते हैं। मदनगोपाल मेघवाल आईपीएस बीकानेर ज़िले की खाजूवाला सीट से टिकट पाकर विधायक बनना चाहते है। अशफाक हुसैन आईपीएस सीकर जिले की सीकर शहर व जयपुर की आदर्श नगर से कांग्रेस टिकट पाने की उम्मीद लगाये हुये है। अशफाक हुसैन को पायलट के काफी करीबी माना जाता है। सवाई सिंह चौधरी आईपीएस, का नागौर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मिलने पर या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। लालचंद असवाल आईएएस जयपुर की बगरू विधानसभा सभा से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सक्रिय है। रूपा राम धनदेव, जलदाय विभाग के पूर्व अधीक्षण अभियंता अनुसूचित जाति वर्ग से होने के उपरांत भी 2013 में सामान्य सीट जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा जो बहुत कम अंतर से हारे। इस बार वो फिर दावेदार है।भैरूलाल मीणा आरपीएस टोंक ज़िले के उनियारा विधानसभा क्षेत्र से अपने आपको टिकट मिलना पक्का मान कर चल रहे है। इसी तरह हर सहाय मीणा आरपीएस अलवर

के राजगढ़ से चुनाव लड़ने के इच्छुक बताये जा रहे है। भंवर लाल देवासी आरपीएस VRS लेकर अब बाड़मेर की सिवाना विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट के प्रमुख दावेदार। रेलवे मे चीफ इंजीनियर रहे मुशताक अहमद अलवर की तिजारा सीट से चुनाव लड़ने को आतुर है। इनकी पत्नी कांग्रेस टिकट पर तिजारा से पहले चुनाव लड़ चुकी हैं।

राजस्थान में सेवानिवृत्त अधिकतर आला अधिकारी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने को आश्वस्त बताते है। जबकि भाजपा के टिकट की लाइन में अधिकारियों की संख्या काफी कम बताई जा रही है।

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