दक्षिण कश्मीर के एक इलाके में सरकारी सुरक्षा बलों के साथ झड़प में एक युवक की मौत हो गयी. झड़प एक मुठभेड़ – स्थल पर हुई, जहां पांच आतंकवादी मार गिराये गये थे. लगभग दो दर्जन प्रदर्शनकारी इस झड़प में घायल हुए.

अधिकारियों ने बताया कि झड़प में मरने वाले युवक की पहचान अनचिंडोरा निवासी रउफ अहमद गनई के रूप में की गयी है. वह मुठभेड़ – स्थल पर, जहां लश्कर – ए – तोइबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े आतंकवादियों की एक टोली को मार गिराया गया था, गोली लगने से बुरी तरह घायल हो गया था.

उन्होंने यह भी बताया कि गोली के शिकार उस युवक तो तत्काल चिकित्सीय सहायता उपलब्ध करायी गयी और उसे श्रीनगर के एक अस्पताल भेजा गया. लेकिन इलाज शुरू होने के पहले ही उसने दम तोड़ दिया. कुलगाम अस्पताल, जहां उसे सबसे पहले ले जाया गया था, के एक सूत्र ने बताया, “सलीम को गर्दन में गोली लगी थी.”

यह तत्काल पता नहीं चल सका कि मृतक मुठभेड़ के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन में शामिल था या नहीं.

कुलगाम जिले के चौगाम नाम के गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने वहां घेरा डाला. कुलगाम के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरमीत सिंह ने बताया, “आतंकवादियों से हमारी भिड़ंत बीती रात हुई थी, लेकिन अंधेरा होने की वजह से अभियान को टालना पड़ा.”

अगली सुबह, मुठभेड़ की ख़बर फैलने पर चौगाम और आसपास के गांवों के लोग मुठभेड़ - स्थल पर जमा होने लगे. सुरक्षा बलों का घेरा तोड़ने और वहां फंसे आतंकवादियों को भागने में मदद करने की नीयत से उन्होंने सुरक्षा बल के जवानों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को दूर रखने के लिए जलती आग, रबर की गोलियों और आंसू - गैस का सहारा लिया. हालांकि, झड़प में लगभग 24 प्रदर्शनकारी घायल हो गये. सूत्रों ने बताया, “घायलों में से दो लोग गोलियों के शिकार हुए थे. उन्हें एसकेआईएमएस में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत गंभीर है.”

इस बीच, सुरक्षा बलों ने परिष्कृत विस्फोटक उपकरण का सहारा लेकर उस मकान को उड़ा दिया जिसमें पांच आतंकवादी फंसे हुए थे. पांचों आतंकवादी मारे गये. एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, “मारे गये आतंकवादियों के पास से हथियार और युद्ध के दौरान प्रयोग की जाने वाली अन्य सामग्रियां बरामद हुईं.”

पुलिस प्रवक्ता ने मारे गये आतंकवादियों की पहचान गुलज़ार अहमद पद्दर उर्फ़ सैफ, फैसल अहमद राठर उर्फ़ दाऊद एवं जाहिद अहमद मीर उर्फ़ हाशिम के रूप में की. ये सभी कुलगाम के निवासी थे. मारे गये दो अन्य आतंकवादियों में अनंतनाग जिले के मसरूर मोलवी उर्फ़ अबू दर्डा एवं ज़हूर अहमद लोन उर्फ़ रहमान भाई शामिल थे.

मुठभेड़ के चलते, अधिकारियों ने जहां कुलगाम और अनंतनाग सहित दक्षिण कश्मीर के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया है, वहीँ रेलवे अधिकारियों ने घाटी में ट्रेन सेवाओं को भी स्थगित कर दिया है.