कश्मीर घाटी में जोरदार हंगामे के बाद, आख़िरकार जम्मू – कश्मीर पुलिस ने शोपियां जिले में एक आवासीय मकान में एक पुलिस दल द्वारा छापे के दौरान मध्यम आयु – वर्ग की एक महिला पर प्रहार करने की एक घटना की जांच के आदेश दे दिया.

उक्त घटना शोपियां जिले की शादाब करवा गांव में हुई, जहां जम्मू - कश्मीर पुलिस के एक प्रवक्ता के अनुसार, एक “नाबालिग” को कथित रूप से अगवा करने का एक संदिग्ध अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही थी.

सोशल मीडिया पर वायरल हुए 15 सेकंड की अवधि वाले एक वीडियो में मकान के मद्धिम रोशनी वाले एक कमरे में शोरगुल हो रहा है और दो पुलिसकर्मी फर्श पर बैठी मध्यम आयु – वर्ग की एक महिला को घेरकर खड़े दिखायी दे रहे हैं.

उक्त वीडियो में एक पुलिसकर्मी कथित रूप से उस महिला का गर्दन दबोचे हुए दिखाई दे रहा है. वह महिला दर्द से कराह रही है, जबकि एक अन्य पुलिसकर्मी उसकी बायीं बांह को जकड़े हुए है.

इसके बाद हंगामा होता है और उस महिला के कराहने की आवाज़ ऊंची होती है. तब, उनदोनों में से एक पुलिसकर्मी कथित रूप से ऊंची आवाज़ में प्रहार को रिकॉर्ड किये जाने का संदेह व्यक्त करता है और उक्त वीडियो अचानक झटके से ख़त्म .हो जाता है.

उक्त महिला की मौजूदा हालत के बारे में तत्काल कुछ पता नहीं चल सका है.

सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद जम्मू – कश्मीर पुलिस सकते में आ गई और उसने मामले की जांच का आदेश दे दिया. पुलिस प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि जांच का मकसद “घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के व्यवहार की सच्चाई का पता लगाना है”.

प्रवक्ता ने बताया कि “जब पुलिस ने अपहृत को छुड़ाने के लिए छापा मारा, तो वहां उन्हें दो अन्य आरोपी मोहसिन खान एवं सलीम खान हाथ लगे”.

अपने बयान में प्रवक्ता ने आगे कहा, “जब इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया, तो महिलाएं समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें कानूनी गिरफ्तारी से बचाने के लिए पुलिसवालों पर हमला कर दिया और दो में से एक आरोपी को भगाने में कामयाब हो गये.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि उस कथित हमले में तीन पुलिसकर्मियों को चोटें आयीं.

घाटी में सोशल मीडिया में वायरल हुआ यह वीडियो सुरक्षा बलों द्वारा अपने कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान बरती जाने वाली मनमानियों की याद दिलाता है.

इस बीच, दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में एक मुठभेड़ में पांच संदिग्ध हथियारबंद लोगों को मार गिराया गया. कानून और व्यवस्था की स्थिति को बिगड़ने से बचाने के लिए कुलगाम जिले में इंटरनेट सेवायें स्थगित कर दी गयी हैं.

मुठभेड़ स्थल पर स्थानीय लोगों एवं सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में कम से कम एक दर्जन प्रदर्शनकारियों को चोटें आने की ख़बर है.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि घायलों में से 10 लोग रबड़ की गोलियों के शिकार हुए हैं और उन्हें चोटों की गंभीरता के आधार पर अलग – अलग अस्पतालों में भेज दिया गया.

उपरोक्त वायरल हुए वीडियो की असलियत का पता द सिटिज़न द्वारा स्वतंत्र रूप से नहीं लगाया जा सका.