अनंतनाग संसदीय क्षेत्र के लिए निर्णायक तीसरे चरण के मतदान से पहले सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर में एक व्यापक अभियान चलाकर दर्जनों लोगों को हिरासत ले लिया. हिरासत में लिये गये अधिकतर युवा हैं. सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई मतदान के दिन किसी भी विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिहाज से की गयी.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि शोपियां और पुलवामा जिलों से किशोर उम्र के बच्चों समेत 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है. दक्षिण कश्मीर के इस सबसे महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्र के इन इलाकों में आगामी 6 मई को वोट डाले जायेंगे.

सुरक्षा बलों की ताज़ा कार्रवाई में पुलवामा जिले के तहब और चेवाकलां गांवों से बुधवार की रात पुलिस की दबिश में कम से कम 38 युवाओं को हिरासत में लिया गया, जिनमें कई किशोर उम्र के बच्चे हैं. जबकि, कई अन्य लोगों को शोपियां जिले के वेहिल और नरवाह गांवों से हिरासत में लिया गया.

इससे एक दिन पहले, सुरक्षा बलों ने पुलवामा के मुर्रन नाम के गांव से कम से कम 19 युवकों को अस्पष्ट आरोपों में हिरासत में लिया. सूत्रों के मुताबिक कंगन, नेवा, परिगामा, राजपोरा, पयार, कीगम एवं अन्य गांवों से दो दर्जन से अधिक युवकों को हिरासत में लिया गया.

पुलिस सूत्रों ने बताया, “रात्रिकालीन छापों में शोपियां और पुलवामा के अन्य गांवों से कम से कम 20 अन्य युवकों को हिरासत में लिया गया है. ये अभियान शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के मकसद से चलाये जा रहे हैं.”

विधि – व्यवस्था की गड़बड़ियों की आशंका के बीच अनंतनाग संसदीय क्षेत्र के लिए तीसरे चरण का मतदान आगामी सोमवार को होगा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “(हिरासत का) यह कदम एतिहात के तौर पर उठाया गया है. चुनाव ख़त्म होते ही इन सबों को रिहा कर दिया जायेगा.”

सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व कदम उठाये जा रहे हैं. इस बीच, गुरुवार को शोपियां के कुछ इलाकों में कथित रूप से हिजबुल मुजाहिदीन की ओर से जारी पोस्टर नजर आये हैं, जिसमें लोगों को मतदान के बहिष्कार की चेतावनी दी गयी है. अलगावादियों ने लोगों से मतदान का बहिष्कार करने की अपील की है.

अनंतनाग और कुलगाम जिले में क्रमशः 23 अप्रैल और 29 अप्रैल को हुए दो चरणों के मतदान में बहुत ही कम संख्या में लोग वोट डालने निकले. महज 12 प्रतिशत मतदान हुआ. इन दोनों जिलों से हिंसा की छिटपुट घटनाओं की ख़बर भी है.

मतदानकर्मियों को चुनाव वाले इलाकों से दिन रहते सुरक्षित बाहर निकालने के मद्देनजर चुनाव आयोग ने मतदान समाप्त होने का समय शाम 6 बजे से घटाकर 4 बजे कर दिया है.

सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार पुलवामा और शोपियां में वर्तमान पुलिस, अर्द्ध – सैनिक बलों और सेना के जवानों, जिनकी संख्या हजारों में है, के अलावा केन्द्रीय अर्द्ध – सैनिक बलों के 40,000 अतिरिक्त जवानों को तैनात करने की योजना बना रही है. आगामी 6 मई को लद्दाख संसदीय क्षेत्र के लिए भी वोट डाले जायेंगे. इसके साथ ही जम्मू – कश्मीर में लोकसभा के चुनावों के लिए मतदान समाप्त हो जायेंगे.