मेवात में तथाकथित गौरक्षकों ने एक बार फिर अपनी गुंडागर्दी से मानवता को तार तार किया ।राजस्थान में गौरक्षकों की गुंडागर्दी नही थम रही । उन्हें प्रशासन व पुलिस का खुल्लम खुला समर्थन हासिल है और पुलिस और प्रशासन इनका बचाव करते हैं। यह चौथी हत्या है। 2015 मई में अब्दुल गफ्फार कुरेशी, नागौर के बिरलोका गांव में फिर 2017 अप्रैल में पहलू खान, फिर भगतराम का नीम का थाना में हत्या हुई और अब भरतपुर उमर मुहम्मद। जिसमें पुलिस की हत्या में पूरी भूमिका रही है ।

घटना इस प्रकार है । गोविन्दगढ़ के गांव गहनकर में शुक्रवार को उमर खां अपने गांव के दो लोगो के साथ एक पालतू गाय खरीद कर अपने घर ले जा रहा था। इसी दौरान गौरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी करने वाली गैंग ने उन पर हमला कर दिया । व पुलिस के समर्थन से गोली चलाई, और फिर उसकी लाश रेलवे ट्रैक पर फैंक दी जिसमें उमर खां की हत्या ही नहीं की बल्कि साक्ष्य भी मिटाने का प्रयास किया गया है। ताहिर जो यमर के साथ था भाग गया और अब अस्पताल में हरयाणा में हैं। उसी ने यह सब बताया।

हमला तो गौपालक पर हुआ पर पहला केस तो उन्ही पर गौ तस्करी का किया गया रामगढ़(अलवर) थाने द्वारा किया गया। दो दिन बाद जब उमर की लाश बरामद हुई तब धरना दिया गया तो बिना आरोपी लिखे केस दर्ज किया।

राजस्थान में भीड़ द्वारा हमले लगातार बढ़ रहे हैं और निर्दोष पशुपालकों की हत्याएं की जा रही हैं। ये वसुंधरा राजे की राजस्थान सरकार की पूर्ण रूप से मूसलमानो और अन्य गौपालकों पर बढ़ते हमलों को रोकने में पूरी तरह असफल है और ऐसे लगता है जैसे राजस्थान में कानून नाम की कोई चीज ही नहीं है।

इसलिए आज राजस्थान के जन संगठनों की ओर से राजस्थान में भीड़ द्वारा की जा रही हत्याओं पर मुख्यमंत्री जवाब दें और कानून सम्मत व्यवस्था कायम हो जिसमें हर नागरिक सुरक्षित हो को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है आप आवश्यक रूप से आयें जिसका विवरण निम्न प्रकार है:-

स्थान: गाँधी सर्कल जवाहलाल नेहरु मार्ग, जयपुर