राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की दिनदहाड़े हत्या को अभी एक महीना भी नहीं हुआ था कि बीती रात कुछ अज्ञात लोगों ने श्रीनगर के प्रेस एन्क्लेव में कम से कम तीन कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस घटना के बाद से पत्रकारों के बीच भय और चिंता फ़ैल गयी है.

बीबीसी के उत्तर भारत के भूतपूर्व संवाददाता अल्ताफ़ हुसैन ने बताया कि श्रीनगर के उच्च – सुरक्षा वाले इलाके प्रेस एन्क्लेव, जिसे मुश्ताक एन्क्लेव भी कहा जाता है, में खड़ी तीन कारों को बीती रात अज्ञात लोगों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इस घटना से श्रीनगर की पत्रकार – बिरादरी में दहशत का माहौल है.

प्राप्त सूचना के मुताबिक, श्री हुसैन के एसयूवी समेत तीन कारों की तलाशी भी ली गयी थी. उन्होंने बताया, “मेरी गाड़ी से किसी चीज की चोरी तो नहीं हुई, लेकिन कागजातों की उलट – पलट जरुर की गयी. पुलिस को इस बात का जवाब देना होगा कि उनके नाक के नीचे ये सब कैसे हुआ.”

प्रेस एन्क्लेव में अंग्रेजी दैनिक ग्रेटर कश्मीर एवं राइजिंग कश्मीर समेत श्रीनगर से छपने वाले दर्जनों अखबारों के दफ़्तर हैं. यहां कुछ पत्रकारों एवं उनके परिवारवालों की रिहाइश भी है. बीती रात हुए हमले ने उन्हें स्तब्ध कर दिया है.

श्री हुसैन ने कहा, “शुजात की हत्या के बाद पुलिस द्वारा हमें आश्वस्त किया गया था कि प्रेस एन्क्लेव की हिफ़ाजत में चौबीसों घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात किये जायेंगे और यहां एक अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया था. इसके बावजूद, अनजान लोगों ने मनमाने तरीके से यहां रात में घुसकर तोड़फोड़ की.”

उनका कहना था कि रात की ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी या तो गायब थे या उन्होंने “हमलावरों को छूट” दी. यह सुरक्षा में सेंध लगने का मामला है और इसकी जांच जल्द से जल्द होनी चाहिए. श्री हुसैन ने कहा, “मेरे पास साथी पत्रकारों के फोन लगातार आ रहे हैं और वे अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं.”

यह घटना ऐसे समय हुई है जब जम्मू – कश्मीर पुलिस ने कश्मीर में जन्मे और पाकिस्तान में रहने वाले उस ब्लॉगर की पहचान कर ली है जो बुखारी की हत्या में लिप्त था. बुखारी और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की पिछले महीने लश्कर – ए – तोइबा के तीन संदिग्ध आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

इस खुलासे के बाद जम्मू – कश्मीर सरकार ने श्रीनगर को दो वरिष्ठ पत्रकारों, जिनका नाम उस ब्लॉगर ने ‘भारतीय एजेंसियों के साथ गठजोड़ करने वालों’ के तौर पर लिया था, को सुरक्षा प्रदान की है और उन्हें बुलेट – प्रूफ गाड़ियां मुहैया करायी है.

इस बीच, जम्मू – कश्मीर पुलिस ने राज्य सरकार से यह अनुरोध किया है कि वो शुजात बुखारी की हत्या की तहकीकात में अमेरिका की सहायता मांगने और ‘परस्पर विधिक सहायता संधि’ को लागू करने के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखे.

अपने पत्र में जम्मू – कश्मीर पुलिस ने लिखा, “संयुक्त राज्य अमेरिका में सेवा देने वाली सोशल साइटो से आवश्यक सबूत इकठ्ठा करने के लिए आप (केंद्र ) कृपया इस मसले को संयुक्त राज्य अमेरिका के केन्द्रीय प्राधिकरण के समक्ष उठायें.”