इस साल के सबसे घातक हमलों में से एक में दहशतगर्दों द्वारा चार पुलिसकर्मियों की हत्या के एक दिन बाद सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर में कहर बरपा दिया. दो सक्रिय आतंकवादियों के घरों को फूंक दिया गया और हिज्बुल मुजाहिदीन के कश्मीर प्रमुख रियाज़ नाइकू के वालिद समेत करीब दो दर्जन लोगों को ‘मनमाने’ तरीके से गिरफ्तार कर लिया गया.

खबरों के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने पिछली रात को शोपियां जिले के अम्शीपोरा गांव में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी शाहजहां के घर में छापा मारा और उसके परिवार के सभी सदस्यों को तलाशी के लिए बाहर आने को कहा.

शाहजहां के परिवार के एक सदस्य ने बताया, “उसके बाद सेना के जवानों ने मकान पर पाउडर जैसा कुछ बिखेरा और उसमें आग लगा दिया. स्थानीय लोगों की मदद से हमलोगों ने आग बुझाई , लेकिन तबतक लाखों रूपए का नुकसान हो चुका था.”

पिछली रात एक तलाशी अभियान के दौरान सेना के जवानों ने शोपियां जिले के नाजनीनपोरा गांव में सईद नवीद नाम के एक अन्य आतंकवादी के घर को आग के हवाले कर दिया. घटना के गवाहों ने बताया कि आग पर तत्काल काबू पा लिया गया.

कई प्रयासों के बावजूद इस बारे में न तो सेना और न ही जम्मू – कश्मीर पुलिस की कोई प्रतिक्रिया मिल पाई.

ये सभी घटनाएं संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा जम्मू – कश्मीर पुलिस के स्पेशल आपरेशन ग्रुप के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के सुरक्षा घेरे का हिस्सा रहे चार पुलिसकर्मियों के मारे जाने के एक दिन बाद हुईं. दहशतगर्दों ने पुलिसकर्मियों पर हमला अनंतनाग जिले में शीर्ष हिज्बुल कमांडर अल्ताफ़ कचरू और उसके एक साथी के मारे जाने के कुछ ही घंटों के भीतर किया था.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस बात की न तो तस्दीक की और न ही इससे इन्कार किया कि पुलिसकर्मियों पर हुए हमलों का संबंध अनंतनाग में हिज्बुल कमांडर के मारे जाने से है.

इस बीच, शीर्ष हिज्बुल कमांडर रियाज़ नाइकू के पिता को पुलवामा जिले के अवंतिपोरा इलाके में एक रात्रि अभियान के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. ख़बरों के मुताबिक सुरक्षा बलों ने बेगपोरा में नाइकू के घर में छापा मारा और उसके 70 वर्षीय पिता असदुल्ला नाइकू को हिरासत में ले लिया.

कश्मीर में जिंदा बचे आतंकवादियों में रियाज़ सबसे पुराना है. वह 2012 से सक्रिय है और हिज्बुल मुजाहिदीन का फील्ड आपरेशन कमांडर है. उसने हाल में कश्मीर में अगले महीने होने वाले पंचायत चुनाव लड़ने या उसमें भाग लेने वालों पर तेज़ाबी हमला करने की धमकी दी थी.

सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के विभिन्न इलाकों में रात्रिकालीन छापेमारी अभियान भी चलाया जिसमें करीब दो दर्जन युवकों को हिरासत में लिया गया. खबरों के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने पुलवामा के मुर्रण इलाके से कम से कम 10 युवकों को हिरासत में लिया. वहां के निवासियों ने भी छापा मारने वाली सेना की टुकड़ी पर कई आवासीय मकानों को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया. दक्षिण कश्मीर के गुडूरा, वापोरा और गुडिबग गांवों में तलाशी के दौरान कम से कम आठ युवकों को हिरासत में लिया गया.

पंचायत चुनावों से पहले कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति में काफी गिरावट आई है. दहशतगर्दों ने सुरक्षा बलों एवं मुख्यधारा के राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर कई घातक हमले किये हैं. पिछले सप्ताह दहशतगर्दों ने भारतीय जनता पार्टी के पुलवामा क्षेत्र के अध्यक्ष शबीर भट की हत्या कर मुख्यधारा के राजनीतिक दलों में हड़कंप मचा दिया.