मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने पूरी तरह से अपने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के नक्शेकदम पर चलते हुए सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील खंडवा शहर में गौहत्या के तीन आरोपियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार कर लिया.

खंडवा के पुलिस अधीक्षक सिद्दार्थ बहुगुणा ने मीडिया से बात करते हुए इस कठोर कानून के इस्तेमाल की पुष्टि की. शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गौहत्या के कम – से – कम 22 आरोपियों के खिलाफ रासुका लगाया था. इस मामले में पीछे न रहते हुए कांग्रेस पार्टी की नयी सरकार ने भी गौहत्या के तीन आरोपियों, जिनपर एक भीड़ ने हमला किया था, पर रासुका लगा दिया.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आश्वासन के अनुरूप किसानों के लिए कर्ज- माफ़ी की घोषणा करने के बाद, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने अब गौ – सुरक्षा को एक बड़े मिशन के रूप में लिया है.

कांग्रेस सरकार का गाय और मंदिर की राजनीति की ओर तेजी से बढ़ना लोगों की नज़रों से छुपा नहीं रह सका है.

पिछले साल दिसम्बर में मुख्यमंत्री बनने के बाद, कमलनाथ ने दो लाख रूपए तक के किसानों के कर्ज़ माफ़ करने संबंधी आदेश पर हस्ताक्षर किया था. गाय उनकी दूसरी प्राथमिकता थी. उनकी सरकार ने 1000 गौशाला बनाने का एक राज्यव्यापी अभियान शुरू किया है. इस परियोजना पर तकरीबन 450 करोड़ रूपए खर्च अनुमानित है.

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार यह “गौशाला परियोजना” जल्द ही शुरू होने वाली है. राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, “इन गौशालाओं का मकसद ‘शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा पशुओं के आतंक से राहत दिलाना’ है. इसके अलावा, इससे बेघर हुए पशुओं को एक ठिकाना मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे.”

ग्रामीण विकास विभाग इस गौशाला परियोजना के लिए नोडल एजेंसी होगी.

एक आधिकारिक विवरण के अनुसार, इस परियोजना को ग्राम पंचायतों, स्वयंसेवी समूहों, राज्य गौ – पशुधन संरक्षण बोर्ड एवं जिला -स्तरीय समितियों द्वारा चयनित प्रतिबद्ध संस्थाओं के माध्यम से लागू कराया जायेगा.

फिलहाल, पूरे मध्यप्रदेश में 614 गौशालाएं काम रही हैं. हालांकि, इनका प्रबंधन निजी हाथों में है.

हाल ही में हुए मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए जारी कांग्रेस का घोषणापत्र हिंदुत्व का एक मिशन वक्तब्य जैसा प्रतीत होता है, जिसमें 'गौमूत्र' और 'कंडा' के व्यावसायिक उत्पादन और प्रत्येक ग्राम पंचायत में गौशालाओं की स्थापना की बात कही गयी है.

इसमें पशुओं के लिए चारागाह उपलब्ध कराने के अलावा मुख्य सड़क के किनारे घायल गायों को चिकित्सा मुहैया कराने एवं मरे हुए गायों का अंतिम संस्कार कराने के वास्ते अस्थायी शिविर लगाने का वादा भी किया गया था.

इसमें ‘राम पथ - अपने 14 साल के वनवास के दौरान भगवान राम द्वारा लिया गया एक कल्पित मार्ग’ - को विकसित करने की बात भी कही गयी थी. इस पथ को चित्रकूट से बनाया जायेगा.

राजस्थान के लिए जारी कांग्रेस के घोषणा – पत्र में भी गौशालाओं के विकास एवं उनके रखरखाव की बात कही गयी थी.

इससे पहले पिछले साल, राहुल गांधी ने घोषणा की थी कि "कांग्रेस हिंदू धर्म की पार्टी है," लेकिन उन्होंने तत्काल यह भी जोड़ा कि "हिंदुत्व का नहीं".

हालाँकि, अब इन दोनों प्रमुख सियासी पार्टियों को अलग - अलग करके देखने के लिए कुछ खास नहीं बचा है.